उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हाल ही में कई घरों में ताले लगे होने और लोगों के पलायन की खबरें मीडिया में सामने आईं, जिससे एक नई चर्चा शुरू हो गई है। इस बीच, संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार ने सोमवार को इन खबरों को सिरे से नकारते हुए कहा कि जो लोग यहां से गए हैं, वे संभवतः वही लोग हैं जो पिछले साल, 24 नवंबर को हुई हिंसा में शामिल थे।Sambhal News
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने इस विषय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि संभल में पलायन की जो चर्चा की जा रही है, वह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि 24 नवंबर, 2024 को संभल में हुई हिंसा में लगभग 2500 से 3000 लोग शामिल थे। इस हिंसा में पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया था और कुछ मामलों में पुलिस पर गोली भी चलाई गई थी।
कृष्ण कुमार ने यह भी बताया कि अब तक इस मामले में 79 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और कुछ अन्य लोगों के पोस्टर भी चिपकाए गए हैं। इसके साथ ही इन लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल की गई हैं। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि जो लोग लापता बताए जा रहे हैं, वे वही लोग हो सकते हैं जो हिंसा में शामिल थे।
इसके बावजूद, उन्होंने यह भी कहा कि संभल में सामान्य जीवन सामान्य रूप से चल रहा है। बच्चे स्कूल जा रहे हैं, बाजार खुले हैं, और कोई भी पलायन का मामला नहीं है। पुलिस अधीक्षक ने यह सुनिश्चित किया कि पलायन की खबर पूरी तरह से गलत है और इस तरह की अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, एक दिन पहले ही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने यह दावा किया था कि संभल में उत्पीड़न का माहौल बना दिया गया है और इसके कारण लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। ओवैसी ने अपनी पोस्ट में सरकार से अपील की कि वह संभल के मुसलमानों को निशाना बनाना बंद करे। उन्होंने अपनी पोस्ट के साथ एक मीडिया रिपोर्ट भी साझा की थी, जो पलायन के दावे को बल देती थी।Sambhal News
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने ओवैसी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि हिंसा में शामिल लगभग 2500 से 3000 लोगों में से केवल 79 को गिरफ्तार किया गया है, और बाकी लोगों का पता खुद लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोग अपने पोस्टर पर देखे जा सकते हैं, और अगर वे लोग वास्तव में पलायन कर गए हैं, तो वे ऐसे नहीं हो सकते। कृष्ण कुमार का यह भी कहना था कि आम जनता में किसी भी प्रकार का कोई डर नहीं है और सब कुछ सामान्य चल रहा है।
एसपी कृष्ण कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाएगा, लेकिन जो लोग हिंसा में शामिल थे और जिन्होंने पुलिस पर हमला किया था, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि 24 नवंबर की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा की घटना काफी गंभीर थी और इसके बाद से पुलिस ने कई गिरफ्तारियां की हैं। इस हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ जांच जारी है और पुलिस ने उनकी पहचान करने के लिए पोस्टर और सोशल मीडिया का सहारा लिया है।Sambhal News
पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि इस समय संभल में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। किसी भी प्रकार की अराजकता को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है।
कृष्ण कुमार ने यह भी कहा कि किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा और कानून के अनुसार सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस हर स्थिति पर नजर रखे हुए है और कोई भी व्यक्ति कानून से बच नहीं सकता।Sambhal news
संभल की जनता से कृष्ण कुमार ने अपील की कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार की उकसाने वाली जानकारी को नजरअंदाज करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रहा है और हर कदम पर नजर रखे हुए है।