क्या प्रेमानंद महाराज के आश्रम में छुपा है करोड़ों का राज? जानें पूरी सच्चाई!

मथुरा: प्रेमानंद महाराज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं क्योंकि देश-विदेश के लोग वृंदावन के प्रसिद्ध संत से मिलने पहुँचते हैं, जहां दूर-दूर से उनकी प्रशंसा होती रहती है; इसी बीच ब्रिज के संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा को लेकर भी विरोध की लहर दौड़ रही है, परंतु सभी विवादों के बावजूद महाराज अपने ज्ञान के द्वारा लोगों को सही मार्ग दिखा रहे हैं और अब उन्होंने अपने भक्तों को सतर्क रहने की सलाह दी है, जिसके बाद प्रेमानंद महाराज के आश्रम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक जरूरी सूचना जारी की है जिसमें स्पष्ट किया गया है कि गौशाला जमीन, किसी भी उत्पाद, विज्ञापन आदि का कार्य आश्रम द्वारा नहीं किया जाता है; साथ ही, यदि कोई व्यक्ति उनके आश्रम या नाम का दुरुपयोग कर रहा है या भक्तों को भ्रमित कर रहा है तो उनसे सावधान रहने की अपील की गई है, क्योंकि श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम, वृंदावन (उत्तर प्रदेश) की अन्य कहीं भी कोई शाखा नहीं है, और आश्रम द्वारा भूमि, फ्लैट, प्लॉट एवं भवन निर्माण एवं बिक्री का कोई कार्य नहीं किया जाता है;

आश्रम में किसी प्रकार का होटल, ढाबा, यात्री विश्राम स्थल, चिकित्सालय, गुरुकुल, विद्यालय, गौशाला, कंठी माला, पूजा श्रृंगार सामग्री की दुकान या किसी भी प्रकार का विज्ञापन नहीं होता है तथा आश्रम परिसर में एकान्तिक वार्तालाप, सत्संग, कीर्तन एवं वाणी पाठ में सम्मिलित होना पूर्णतः निःशुल्क है, जिसके लिए एक दिन पहले आश्रम में आकर नाम लिखवाना अनिवार्य है; अतः सभी भक्तों से निवेदन है कि वे सावधान रहें और ऐसे लोगों से दूर रहें जो आश्रम का नाम जोड़कर भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं, तथा सही जानकारी श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम के सेवा भवन या पूछताछ केंद्र से प्राप्त करें।