धर्म कथाएं

महापर्व नवरात्र 2022 शुभ मुहूर्त, कब क्या करें क्या नहीं, जानें पं.कपिल शर्मा (काशी महाराज) से

महापर्व नवरात्र 2022
🔺26 सितंबर 2022 सोमवार🔺
🌾घटस्थापना के मुहूर्त🌾
💠सुबह – 6:16 से 7:47 तक
💠सुबह – 9:17 से 10:45 तक
💠दोपहर -11:54 से 12:42 तक
💠दोपहर – 3:19 से 4:50 तक
अपनी-अपनी गुरु परंपरा, कुल परंपरा के अनुसार व्रत, पूजन,हवन, अनुष्ठान इत्यादि करें ,एवं विद्वान ब्राह्मणों द्वारा करवाए। रामरक्षास्तोत्र, सुंदरकांड, एवं रामचरितमानस का पाठ भी नवरात्र में फलदाई होता है ।जो लोग संस्कृत नहीं जानते हैं वह लोग भी पूरी पवित्रता एवं निष्ठा से गीताप्रेस की दुर्गासप्तशती का पाठ हिंदी में कर सकते हैं ।मंत्र ,गुरु एवं देवता तीनों एक ही होते हैं, साथ ही तीनों की कृपा प्राप्ति सिर्फ गुरु कृपा से ही हो सकती है ।आपको अगर किसी तपोनिष्ठ संत महात्मा से कोई मंत्र प्राप्त है, तो उसी मंत्र का जाप करें।अपने मन से या व्हाट्सएप गुरुओ द्वारा डाले गए मंत्र का जाप फलकारी नहीं है। शरद काल में सच्चे मन एवं निष्ठा से की गई थोड़ी पूजा भी महान फलदाई होती है ।
नवरात्र में निम्न पदार्थों का भोग लगाने से मां जगदंबा की कृपा प्राप्त होती है
🔸प्रतिपदा -गौघृत
🔸द्वितीय – शक्कर
🔸तृतीय – गाय का दूध
🔸चतुर्थी – मालपुआ
🔸पंचमी – केला
🔸षष्ठी – मधु
🔸सप्तमी- गुड
🔸अष्टमी – नारियल
🔸नवमी- धान का लावा
इस वर्ष शारदी नवरात्र में मां जगदंबा हाथी पर सवार होकर आ रहे हैं और जब मां हाथी पर सवार होकर आती है तब पानी ज्यादा बरसता है
श्लोक –
❇️शशि सुर्ये गजरूढ़ा शनि भौमें तुरंगमे।
गुरौ शुक्रे चदोलायां बुधे नौका प्रकिर्तिता।।

✳️गजे च जलदा देवी क्षत्र भंग स्तूरंग में।
नौकायां सर्वसिद्धि स्या ढोलायां मरण ध्रुवम।।
इस वर्ष मां दुर्गा मुर्गे पर सवार होकर वापस जाएगी और जब मां मुर्गे पर सवार होकर जाती है तो दुख एवं कष्ट बढ़ता है
श्लोक –
🔺शशि सुर्ये दिने यदि सा विजया महिषागमने रूज शोककरा।
शनि भौम दीने यदि सा विजया चरणायुध यानि करी विकला।।

🔻बुध शुक्र दिने यदि सा विजया गजवाहन गा शुभवृष्टि का।
सूरराजगुरौ यदि सा विजया नरवाहन गा शुभ सौख्य करा।।
🔱माँ जगदम्बा कल्याण करे🔱
🙏🏻शारदीय नवरात्र की आप सभी को अनंत शुभकामनाएं🙏🏻

पं.कपिल शर्मा (काशी महाराज)
9826072374

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