मंगल-केतु की खतरनाक युति से भारत-कनाडा के बीच और गहरा सकता है विवाद, होंगे चौंकाने वाले खुलासे !
आगामी 3 अक्टूबर को मंगल तुला राशि में भारतीय समयानुसार सायं 5 बजकर 57 मिनट पर प्रवेश करेंगे और वह इस राशि में पहले से गोचर कर रहे केतु से अंशात्मक युति बनाएंगे। यहां ध्यान देने की बात यह है कि राहु और केतु गोचर में उल्टा चलते हैं।
भारत और कनाडा के बीच चल रहा विवाद मंगल और केतु की अशुभ युति की वजह से और गहरा सकता है। तुला राशि में 3 अक्टूबर को मंगल के प्रवेश करते ही यहां पहले से गोचर कर रहे केतु के साथ मंगल का युति संबंध बनेगा। Predictions About India And Canada Foreign Relation जो कि ज्योतिष में बेहद घातक योग माना जाता है। इस कारण भारत-कनाडा के संबंध और बिगड़ने की आशंका है।
आगामी 3 अक्टूबर को मंगल तुला राशि में भारतीय समयानुसार सायं 5 बजकर 57 मिनट पर प्रवेश करेंगे और वह इस राशि में पहले से गोचर कर रहे केतु से अंशात्मक युति बनाएंगे। यहां ध्यान देने की बात यह है कि राहु और केतु गोचर में उल्टा चलते हैं। केतु आगामी 29 नवंबर को तुला राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे, किन्तु इससे पहले वह तुला राशि में शुरुआती अंशों में मंगल से 3 अक्टूबर को युति करेंगे। जिसका प्रभाव पूरे अक्टूबर के महीने में रहेगा। Predictions About India And Canada Foreign Relation
अब आगामी 3 अक्टूबर को मंगल तुला राशि में प्रवेश करेंगे, जहां वह 16 नवंबर की शाम तक रहेंगे। मंगल और केतु की संयुक्त युति तुला राशि में कनाडा की स्थापना कुंडली के अष्टम भाव में बैठे शनि पर बनेगी। मेदिनी ज्योतिष में अष्टम भाव बड़े रहस्योघाटन , षड्यंत्रों के खुलासे, विदेशी राजनयिकों के अपमान, हिंसा आदि कृत्यों को दर्शाता है।
आश्विन मास में पड़ रहे पांच शनिवार हैं भारत और कनाडा पर भारी
किसी चंद्र मास में यदि पांच शनिवार या पांच मंगलवार आ रहे हों तथा गोचर में पाप ग्रहों मंगल, राहु, केतु या शनि आदि की युति बन रही हो तो उस महीने में आतंकी घटनाओं, राजनीतिक षड्यंत्रों, विमान या रेल दुर्घटनाओं आदि के योग बनते हैं। ऐसी कुछ स्थिति वर्तमान में 29 सितंबर से 28 अक्टूबर तक चल रहे आश्विन मास में बनेगी। Predictions About India And Canada Foreign Relation जहां पांच शनिवार होने से तथा गोचर में मंगल-केतु की अंशात्मक युति बनने से भारत में कश्मीर तथा उत्तर भारत में कुछ अप्रिय घटनाओं के योग बन रहे हैं। तुला राशि वायु तत्व की राशि होने के साथ-साथ कश्मीर प्रान्त को इंगित करती है। आज़ाद भारत की वृषभ लग्न की कुंडली में तुला राशि में छठे भाव में अष्टमेश गुरु बैठे हैं जिस पर अगले कुछ दिनों में मंगल और केतु का संयुक्त गोचर कुछ विस्फोटक घटनाक्रम का ज्योतिषीय संकेत दे रहा है। संयोग से तुला राशि कनाडा की स्थापना कुंडली में विवाद का अष्टम भाव है जिसमें बैठे शनि की वर्तमान में विंशोतरी दशा चल रही है। तुला राशि के पीड़ित होने से कनाडा अक्टूबर के महीने में भारतीय दूतावास के कुछ बड़े अधिकारियों के विषय में चौंकाने वाले खुलासे कर सकता है, जिससे कथित खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर के हत्याकांड का विवाद दोनों देशों में और गहरा सकता है। इस विवाद में अगले कुछ दिनों में भारत के कुछ बड़े अधिकारियों पर कनाडा और अमेरिका की ओर से यात्रा प्रतिबंध भी लग सकते हैं। मेष लग्न की पाकिस्तान की स्थापना कुंडली के सप्तम भाव में बन रही मंगल और केतु की युति पाकिस्तान की भारत विरोधी विदेश नीति के तहस-नहस होने का संकेत है।