ग्रहों के सेनापति मंगल हुए अस्त, इन राशियों के शुरू होंगे बुरे दिन, धन की हानि और सेहत होगी खराब
मंगल ग्रह के अस्त होने से इन सेक्टरों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय धनहानि और सेहत खराब होने के योग बन रहे हैं।
Mangal Asta 2023: ज्योतिष शास्त्र अनुसार ग्रह समय- समय पर अस्त और उदय होते हैं। जिसका प्रभाव मानव जीवन और पृथ्वी पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि ग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह 15 सितंबर को अस्त हुए हैं। मंगल ग्रह को ज्योतिष में साहस, शौर्य, पराक्रम, प्रापर्टी और लाल रंग का कारक माना जाता है। इसलिए मंगल ग्रह के अस्त होने से इन सेक्टरों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय धनहानि और सेहत खराब होने के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं…
मेष राशि (Aries Zodiac)
आप लोगों के लिए मंगल ग्रह का अस्त होना हानिकारक साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं। वहीं मंगल ग्रह आयु के स्वामी हैं। साथ ही वह छठे भाव में अस्त हुए हैं। इसलिए इस समय आपको शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए। साथ ही इस अवधि में आपको चोट लग सकती है। कोई दुर्घटना हो सकती है। वहीं इस समय पर आपको सूर्य देव को जल चढ़ाना होगा। साथ ही सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें। वहीं तांबे या चांदी के धातु में मूंगा पहन सकते हैं।
कर्क राशि (Cancer Zodiac)
ग्रहों के सेनापति मंगल का अस्त होना कर्क राशि के जातकों को नुकसानदायक साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में मंगल करियर के स्वामी होकर अस्त हो रहे हैं। इसलिए इस समय आपकी नौकरी जा सकती है या कार्यस्थल पर आपको परेशानियों को सामना करना पड़ सकता है। वहीं संतान के स्वामी होकर अस्त हो रहे हैं। इसलिए संतान पक्ष से कोई अशुभ समाचार मिल सकता है। साथ ही इस समय व्यापारियों की आय कम होगी।
कन्या राशि (Kanya Zodiac)
मंगल ग्रह का अस्त होना कन्या राशि के लोगों को प्रतिकूल सिद्ध हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि से मंगल ग्रह आयु के स्वामी हैं। वहीं तीसरे भाव के स्वामी हैं। इसलिए इस समय आपकी सेहत खराब हो सकती है। वहीं 3 अक्टूबर से आपकी और मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं इस समय आपको खून से संबंधित कोई परेशानी हो सकती है। साथ ही आपका किसी के साथ वाद- विवाद हो सकता है। इसलिए आपको क्रोध से बचना चाहिए। वहीं आपको सूर्य के मंत्रों का जाप करना चाहिए। साथ ही सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए।