क्या ज्योतिष सच है? ये सवाल सदियों से लोगों को जकड़े हुए है। कुछ इसे अपने जीवन का मार्गदर्शक मानते हैं, तो कुछ इसे पागलपन की बकवास समझते हैं। आखिर सच क्या है? इस सवाल का जवाब ढूंढना जंगल में रास्ता खोजने जैसा है, हर तरफ भ्रम और विरोधाभास फैले हुए हैं।
ज्योतिष का सार ये है कि सूर, चंद्रमा और ग्रह जैसे दूर के पिंड इंसान की जिंदगी को प्रभावित करते हैं। इन खगोलीय चीजों की स्थिति, जिस वक्त हम पैदा होते हैं, वो हमारे व्यक्तित्व, रिश्तों और आर्थिक स्थिति को तय करती है। ये माना जाता है कि हर इंसान किसी खास राशि के तहत पैदा होता है, जो उसके जन्म महीने के हिसाब से सबसे ऊपर दिखने वाले तारामंडल पर निर्भर करती है।
राशि चक्र में 12 राशियां हैं, और हर एक की अपनी खासियत है। साहसी मेष से लेकर मेहनती कन्या तक, हर राशि का अपने मानने वालों पर खास प्रभाव माना जाता है। लेकिन क्या ये सच है? क्या ज्योतिष के दावे वैज्ञानिक कसौटी पर खरे उतरते हैं? इस सवाल का जवाब पाने के लिए हमें विज्ञान का सहारा लेना होगा, और उसी की कड़ी में आगे बढ़ेंगे…