पावन संगम नगरी प्रयागराज में आस्था का सबसे बड़ा मेला ‘महाकुंभ’ अपने दिव्य स्वरूप में जारी है। यह केवल एक धार्मिक मेला नहीं है, बल्कि आस्था और अध्यात्म का एक ऐसा विशाल सागर है, जहां हर कोई अपनी आत्मा को शांति और पवित्रता से भरने के लिए खींचा चला आ रहा है। यहां हर तरफ एक अलौकिक ऊर्जा का संचार हो रहा है, जहां मानव-मानव के बीच कोई भेदभाव नहीं है। सभी एक ही रंग में रंगे हुए हैं, और वह है ‘भक्ति का रंग’। महाकुंभ इसलिए भी खास है, क्योंकि यह 144 वर्षों में एक बार होने वाले दुर्लभ खगोलीय संयोग में हो रहा है। यही कारण है कि यहां देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग इस अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव के साक्षी बनने के लिए पहुंच रहे हैं।
महाकुंभ में ऐसा ही एक आगंतुक लंदन से आए न्यूरो साइंटिस्ट डॉक्टर इतिएल ड्रॉर हैं, जिनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। वह भारत और इसकी संस्कृति की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे। उन्होंने भारतीय चाय की जमकर तारीफ की और इसे ‘सबसे बढ़िया’ बताया। भारत में चाय को लेकर उनके विचार सुनकर हर भारतीय का गर्व से सीना चौड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय चाय का कोई मुकाबला नहीं है। चाहे कड़कड़ाती ठंड हो या चिलचिलाती धूप, भारत में लोग चाय की चुस्की के बिना नहीं रह सकते।
डॉक्टर इतिएल ड्रॉर ने महाकुंभ में शामिल होने का अपना उद्देश्य भी बताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन शानदार है और वह यहां भावनाओं को समझने आए हैं। यह उनके लिए एक अतुल्य अनुभव है। उन्होंने भारत के युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि वे अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े हुए और ऊर्जा से परिपूर्ण हैं।
ब्रिटिश शासनकाल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने भारतीयों को प्रताड़ित किया। उन्होंने भारत को शोषित कर अपनी कॉलोनी का विकास किया। डॉक्टर ड्रॉर ने इस बात को भी स्वीकारा कि भारतीयों से मिलने के बाद उन्हें एक अलग अनुभव मिला है। वह अब तक 60-70 देशों की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन भारत जैसा अनूठा देश उन्हें और कहीं नहीं दिखा।
महाकुंभ में भारतीय संस्कृति, भक्ति और अध्यात्म के बीच समय बिताने के बाद डॉक्टर ड्रॉर ने भारतीय समाज और उसकी विरासत की तारीफ की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में ज्यादा न जानते हुए भी महाकुंभ के आयोजन को ‘शानदार’ बताया। यह बात साबित करती है कि भारत और इसकी संस्कृति की गूंज अब पूरे विश्व में सुनाई दे रही है।
