11 दिवसीय महामृत्युंजय यज्ञ का भव्य समापन
गुरु बजरंग आचार्य के सानिध्य में टोंक और पूरे राजस्थान से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन एकत्रित हुए थे। यज्ञ के दौरान प्रसिद्ध राजस्थानी गायक कलाकार सुखी राम मंडा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की
जयपुर।टोंक के धुआंकला में धन्ना जी पीठाधीश्वर आचार्य बजरंग जी के सानिध्य में आश्रम में चल रहे 11 दिवसीय महामृत्युंजय यज्ञ का समापन हुआ।
आश्रम के प्रवक्ता ने बताया कि 19 से 29 अगस्त तक चले यज्ञ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। यज्ञ के दौरान 11 दिन तक सहस्त्र घट की पवित्र धारा में भी भक्तजन भीगे रहे। यज्ञ में जयपुर के मदानी परिवार के गिरिराज जी के साथ हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। गुरु बजरंग आचार्य के सानिध्य में टोंक और पूरे राजस्थान से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन एकत्रित हुए थे। यज्ञ के दौरान प्रसिद्ध राजस्थानी गायक कलाकार सुखी राम मंडा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की और भव्य कीर्तन और भजनों की श्रृंखला में अपने स्वर जोड़े। सुखी राम मडां ने धन्ना जी के भजन कीर्तन को अपने स्वर में आवाज दी। धुआं कला आश्रम धन्ना जी की पीठ के रूप में पूरे देश में विख्यात है। जिसके पीठाधीश्वर के रूप में श्री बजरंग आचार्य धन्ना जी की परंपराओं और उनकी भक्ति के संदेश का पूरे भारत में विस्तार कर रहे हैं। यज्ञ समापन के बाद श्रद्धालुजन ने प्रसादी ग्रहण की व बजरंग आचार्य के सत्संग को सुनकर धन्य हुए। आचार्य जी के उपदेशों में जीवन को सरल ढंग से जीने का उद्देश्य होता है।
धन्ना पीठाधीश्वर बजरंग आचार्य ने कहा कि वर्तमान समय में हर इंसान अनेक परेशानियों से घिरा हुआ है। परंतु धुआंकला में आकर धन्ना जी की पीठ पर ध्यान करने से बड़े-बड़े कष्ट दूर होते देखे गए हैं। 11 दिवसीय चले महामृत्युंजय यज्ञ में विश्व कल्याण की कामना और मानव कल्याण की कामना की गई। अंत में भोजन प्रसादी के साथ यज्ञ समाप्त हुआ।