लक्ष्मी माँ कौन हैं?

लक्ष्मी माँ कौन हैं?

लक्ष्मी माँ की पूजा का समय वैशाख महीने में होता है।

इन्हें शंख, चक्र, गदा और पद्म के साथ दिखाया जाता है।

इन्हें शंख, चक्र, गदा और पद्म के साथ दिखाया जाता है।

लक्ष्मी माँ को गजरों और मेवों से प्रसाद चढ़ाया जाता है।

लक्ष्मी माँ को गजरों और मेवों से प्रसाद चढ़ाया जाता है।

उनकी वाहन हंस होता है जो कि विवेक और समझ का प्रतीक होता है।

उनकी वाहन हंस होता है जो कि विवेक और समझ का प्रतीक होता है।

लक्ष्मी माँ को समर्पित एक मंत्र है, "ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः।"

लक्ष्मी माँ को समर्पित एक मंत्र है, "ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः।"

इन्हें विष्णु की पत्नी माना जाता है।

इन्हें विष्णु की पत्नी माना जाता है।

लक्ष्मी माँ को जन्माष्टमी के दिन भी पूजा जाता है।

लक्ष्मी माँ को जन्माष्टमी के दिन भी पूजा जाता है।

इनके साथ युद्ध करते समय भगवान राम ने इनकी मदद ली थी।

इनके साथ युद्ध करते समय भगवान राम ने इनकी मदद ली थी।

लक्ष्मी माँ को अमृत की भी संज्ञा दी जाती है।

लक्ष्मी माँ को अमृत की भी संज्ञा दी जाती है।

यहाँ कुछ लोग नियमित रूप से लक्ष्मी चालीसा का पाठ करते हैं।

यहाँ कुछ लोग नियमित रूप से लक्ष्मी चालीसा का पाठ करते हैं।

लक्ष्मी माँ के प्रति श्रद्धा रखने से व्यवसाय में लाभ होता है।

लक्ष्मी माँ के प्रति श्रद्धा रखने से व्यवसाय में लाभ होता है।

 वे संपत्ति, सौभाग्य, धन और समृद्धि की देवी हैं।