माता लक्ष्मी की उत्पत्ति पर पुराणों में विभिन्न कथाएं हैं, जिनमें समुद्र मंथन के दौरान रत्नों के साथ जन्म लेना एक कथा है, तथा भृगु ऋषि की बेटी होने का दावा भी है.
भागवत पुराण के अनुसार, महालक्ष्मी ने ब्रह्मा, विष्णु, और महेश को प्रकट किया था और महाकाली और माता सरस्वती की उत्पत्ति भी उनसे हुई थी.
लक्ष्मी माता को झाड़ू लगाना बहुत पसंद है, और वास्तुशास्त्र के अनुसार, उनका आगमन उस घर में होता है जहां साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखा जाता है.
जिस घर में माता लक्ष्मी का वास नहीं होता, वहां हमेशा दरिद्रता बनी रहती है; इसलिए, माहालक्ष्मी के एक मंत्र का 108 बार जाप करना सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए शुभ माना जाता है।