भगवान शिव की किस विधि से पूजा करें और कैसे खुश कर मनचाहा वरदान पाएं

भगवान शिव की किस विधि से पूजा करें और कैसे खुश कर मनचाहा वरदान पाएं

भगवान शिव पूजन विधि भगवान भोलेनाथ के पूजन में इन बातों का विशेष ध्यान रखें.

भगवान शिव पूजन विधि भगवान भोलेनाथ के पूजन में इन बातों का विशेष ध्यान रखें.

सर्वप्रथम गणेश पूजन करें. भगवान गणेश को स्नान कराएं. वस्त्र अर्पित करें. गंध, पुष्प, अक्षत अर्पित करें. अब भगवान शिव का पूजन शुरु करें.

सर्वप्रथम गणेश पूजन करें. भगवान गणेश को स्नान कराएं. वस्त्र अर्पित करें. गंध, पुष्प, अक्षत अर्पित करें. अब भगवान शिव का पूजन शुरु करें.

गृहस्थ जीवन में भगवान शिव की पारद प्रतिमा का पूजन सर्वश्रेष्ठ कहा गया है. सफेद आक या स्फटिक की प्रतिमा का पूजन से भी उत्तम फल की प्राप्ति होती है. सबसे पहले जिस मूर्ति में भगवान शिव की पूजा की जानी है.

उसे अपने पूजा घर में स्थान दें. मूर्ति में भगवान शिव का आवाहन करें.

उसे अपने पूजा घर में स्थान दें. मूर्ति में भगवान शिव का आवाहन करें.

भगवान शिव को अपने घर में सम्मान सहित स्थान देें. अब भगवान शिव को स्नान कराएं.

भगवान शिव को अपने घर में सम्मान सहित स्थान देें. अब भगवान शिव को स्नान कराएं.

स्नान पहले जल से फिर पंचामृत से और वापिस जल से स्नान कराएं.

स्नान पहले जल से फिर पंचामृत से और वापिस जल से स्नान कराएं.

शिव पूजा के दौरान पहने जाने वाले वस्त्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए लेकिन अक्सर देखा जाता है कि लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं.

शास्त्रों के मुताबिक शिव की पूजा के समय हरे रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है,

शास्त्रों के मुताबिक शिव की पूजा के समय हरे रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है,

जो लोग इसका पालन नहीं करते और किसी भी रंग के वस्त्र पहनकर पूजा कर लेते हैं उन पर शिव की कृपा नहीं होती और न ही पूजा का सही फल मिल पाता है.

जो लोग इसका पालन नहीं करते और किसी भी रंग के वस्त्र पहनकर पूजा कर लेते हैं उन पर शिव की कृपा नहीं होती और न ही पूजा का सही फल मिल पाता है.

इसी के साथ इन बात का भी ध्यान अवश्य रखें कि कपड़े साफ़ और सबती हो

इसी के साथ इन बात का भी ध्यान अवश्य रखें कि कपड़े साफ़ और सबती हो

क्योंकि ऐसे वस्त्र शुद्ध होने के साथ-साथ आरामदायक होते हैं.

क्योंकि ऐसे वस्त्र शुद्ध होने के साथ-साथ आरामदायक होते हैं.

पूजा में ऐसे वस्त्र पहनकर बैठने से व्यक्ति का ध्यान इधर-उधर नहीं भटकटा

पूजा में ऐसे वस्त्र पहनकर बैठने से व्यक्ति का ध्यान इधर-उधर नहीं भटकटा