गाँव में राधा नाम की एक विधवा महिला रहती थी।

गाँव के कुछ लालची ज़मींदारों की नज़र उसकी जमीन पर थी।

एक दिन, जब राधा अपने खेत में काम कर रही थी, तो ज़मींदारों ने उसे धमकाया।

राधा अकेली और असहाय थी, लेकिन उसने हार नहीं मानी।

वह रात में अपने घर के मंदिर में गई और दुर्गा माता से रोते हुए प्रार्थना की।

अगली सुबह, जब ज़मींदार फिर से आए, तो चमत्कार हुआ।

राधा के घर के पास एक विशाल शेर खड़ा था।

ज़मींदार डर से कांपने लगे और भाग गए।

इस घटना के बाद, राधा के प्रति गाँववालों का सम्मान बढ़ गया।

दुर्गा मां की भक्ति, श्रद्धा और साहस से हर समस्या का समाधान होता है।