भिखारी रोज़ मंदिर के बाहर बैठकर भगवान से प्रार्थना करता था

वह भगवान से कहता, "हे भगवान, मुझे मेरे हालात से बचा लो

भगवान ने सपने में आकर कहा, "तू रोज़ मुझसे मांगता है, पर तूने खुद के लिए कुछ किया नहीं

सुबह उठ, मेहनत कर, और मुझ पर विश्वास रख

अगले दिन भिखारी ने मंदिर के पास पड़ी एक टूटी हुई झाड़ू उठाई

उसने गली साफ करना शुरू कर दिया, और लोग उसकी मेहनत देखकर उसे पैसे और खाना देने लगे

धीरे-धीरे उसने एक छोटी दुकान खोली

उसकी ईमानदारी और मेहनत ने उसे गाँव का सबसे बड़ा व्यापारी बना दिया

भगवान भी उन्हीं की मदद करते हैं जो खुद की मदद करने का साहस दिखाते हैं