18 फरवरी 2023 शनिवार शनि प्रदोष एवं महाशिवरात्रि का दिव्य अद्भुत योग
*🕉️महाशिवरात्रि पर्व*🕉️
*🌞18 फरवरी 2023 शनिवार*🌞
*शनि प्रदोष एवं महाशिवरात्रि का दिव्य अद्भुत योग*
*भोलेनाथ की भक्ति से होंगे भक्तों के कष्ट दूर*
महाशिवरात्रि की रात में महादेव की होगी चार प्रहारों में पूजा ।अपने गली – मोहल्ले – शहर के शिवालयों में करे शिव पूजन ।
*प्रथम प्रहर पूजन समय – सांयकाल 6:21 बजे से रात्रि 9:31 बजे तक*
*द्वितीय प्रहर पूजन समय- रात्रि 9:31 से रात्रि 12:41 तक*
*तृतीय प्रहर पूजन समय- रात्रि 12:41 से रात्रि 3: 51 तक*
*चतुर्थ प्रहर पूजन समय- रात्रि 3:51 से सूर्योदय 7:01 तक*
शिवरात्रि के इन चारों प्रहरो में विद्वान ब्राह्मणों द्वारा रुद्राभिषेक एवम् शिव महिम्न स्तोत्र द्वारा अभिषेक एवं पूजन करवाएं।
धन प्राप्ति ,लक्ष्मी प्राप्ति के लिए दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करें। शिव पंचाक्षर स्तोत्र, रुद्राष्टकम एवं अपने कुल परंपरा,गुरु परंपरा के अनुसार अपने इष्ट मंत्र, गुरु मंत्र का जाप करें ।
*आगम मार्ग ,तंत्र साधना में दीक्षित साधक महानिशीथकाल में रात्रि 12:09 से रात्रि 1:00 तक विशेष पूजा अर्चना कर सकते हैं*
संशय निवारण– कुछ लोगों को यह लगता है कि शिवरात्रि के दिन भगवान शिव जी का विवाह हुआ था ।जो कि बिल्कुल गलत है।भगवान शंकर जी का विवाह शिवरात्रि के दिन नहीं हुआ था ।शिवरात्रि के दिन करोड़ों सूर्य के प्रकाश के समान तेजोमय शिवलिंग प्रकट हुआ था। शिवरात्रि में पूजन की महिमा रात्रि के समय ही है इसलिए शिवरात्रि का पूजन रात में ही करें ।भोले बाबा बड़े दयालु हैं जल एवं बिल्वपत्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं ।व्यर्थ के टोने टोटके ,अंधविश्वास में ना पड़े ।सच्ची श्रद्धा से भगवान का पूजन करें।
शिवरात्रि के दिन व्रत रखने का भी विशेष महत्व होता है ।अपने बच्चों को संस्कार दें ,बचपन से उन्हें व्रत करना व पूजन करना सिखाए और उन्हें पूजन में साथ में बैठाये। शिवरात्रि की रात्रि में सुंदरकांड ,हनुमान चालीसा, विष्णु सहस्रनाम का पाठ भी कर सकते हैं ।अखंड रामचरित मानस का पाठ भी बैठा सकते है।
अपने घरों में पूजन पाठ कीजिए व सत्य सनातन धर्म का सोशल मीडिया पर भी प्रचार प्रसार कीजिए ।
*आप सभी को महाशिवरात्रि की मंगलमय शुभकामनाए* *पं कपिल शर्मा (काशी)*
*Mo 9630101010*