भारत में जातिगत जनगणना: मोदी सरकार ने सच छुपाने की कोशिश की, लेकिन बिहार ने सब बता दिया!
भारत में जातिगत जनगणना को लेकर चल रही बहस जाति, धर्म, गरीबी और भेदभाव के जटिल रिश्ते की गहराई में उतरती है। हाल ही में प्रकाशित बिहार जाति सर्वेक्षण, जिसमें यह खुलासा हुआ है कि राज्य की 13 करोड़ आबादी में से 63% अति पिछड़े वर्ग (ईबीसी) और अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) से संबंधित हैं, ने इस पर फिर से चर्चा शुरू कर दी है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी जातिगत जनगणना की मांग को खारिज कर दिया, जिसे कांग्रेस और कई विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त है।