हनुमान जी के 12 रहश्य जान कर रह  जाएँगे आप हैरान

हनुमान जी ने एक मात्र अपने प्रभु श्री राम का नाम जपा था।

हनुमान जी के पास असीमित शक्ति थी, जिसे वह  सभी दिशाओं में फैला सकते थे।

हनुमान जी की भौतिक शक्ति का आकार सभी तरह के संघर्ष से होता रहा।

 हनुमान जी ने एक बार सूर्य को अपने मुख में निगल लिया था।

हनुमान जी के एक हाथ में सभी ग्रह होते थे  और दूसरे हाथ में उनकी गति तय की जाती थी।

हनुमान जी देवी सीता के चूड़ी का उपहार लाए थे।

हनुमान जी देवी सीता के चूड़ी का उपहार लाए थे।

हनुमान जी ने एक बार अपने पांच रूपों में  देवी लक्ष्मी को दर्शाया था।

हनुमान जी को सबसे तेज दौड़ने वाला होने का श्रेय जाता है।

हनुमान जी का नाम सूर्य के समान उज्ज्वल है।

हनुमान जी का जन्म अयोध्या में हुआ था।

हनुमान जी का जन्म अयोध्या में हुआ था।

हनुमान जी का सबसे बड़ा शक्ति उनकी भक्ति है।

हनुमान जी का सबसे बड़ा शक्ति उनकी भक्ति है।

 हनुमान जी भगवान शिव के अवतार माने जाते हैं।

 हनुमान जी भगवान शिव के अवतार माने जाते हैं।