(mahakumbh news ) प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में संगम के जल की गुणवत्ता पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि संगम और आसपास के सभी नालों को बंद कर दिया गया है और पानी को शुद्ध करने के बाद ही उसे गंगा में छोड़ा जा रहा है। यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार पानी की गुणवत्ता पर निगरानी रख रहा है।
हालिया रिपोर्ट के अनुसार, संगम के पास BOD (बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड) की मात्रा 3 से कम है और घुलित ऑक्सीजन 8-9 के बीच है, जिसका मतलब यह है कि संगम का पानी न केवल नहाने के लिए, बल्कि आचमन के लिए भी उपयुक्त है। फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया के बढ़ने के कारणों में सीवेज लीकेज और जानवरों का मल शामिल हो सकता है। हालांकि, प्रयागराज में फीकल कोलीफॉर्म की मात्रा मानक के अनुसार 2500 MPN प्रति 100 मिलीलीटर से कम है। इसका मतलब यह है कि यह झूठा प्रचार महाकुंभ को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। NGT ने भी कहा है कि फीकल अपशिष्ट की मात्रा 2000 MPN प्रति 100 मिलीलीटर से कम थी।
महाकुंभ के 38वें दिन, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की पत्नी सीमा नकवी ने संगम में डुबकी लगाई। इस दौरान, महाकुंभ के लिए प्रयागराज आने वाले हाईवे पर यातायात की समस्या भी देखने को मिली। न्यू यमुना ब्रिज पर करीब 4 किमी लंबा जाम लगा, जिससे लोग तीन घंटे तक फंसे रहे।
वहीं, एक पुलिसकर्मी ने अपनी बुलेट को डिवाइडर पर चढ़ाकर गलत दिशा में चलाया। इस दौरान श्रद्धालुओं को ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ा। बुधवार को 1.08 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। अब तक महाकुंभ में कुल 56.64 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रयागराज के महाकुंभ में केंद्रीय अस्पताल में एक और प्रसव हुआ, जिसमें रेशमा देवी ने बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम शंकर रखा गया। (mahakumbh news ) डॉ. मनोज कौशिक के अनुसार, मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। इससे पहले जिन बच्चों का जन्म हुआ, उनका नाम गंगा, यमुना और गोदावरी जैसे नाम रखे गए थे।
महाकुंभ में 29 जनवरी को भगदड़ मचने की घटना हुई थी, जिसकी जांच इलाहाबाद हाईकोर्ट की निगरानी में हो रही है। राज्य सरकार से हाईकोर्ट ने यह पूछा है कि क्या न्यायिक आयोग की जांच का दायरा बढ़ाकर इसमें भगदड़ से संबंधित अन्य शिकायतों और हताहतों की संख्या को भी जोड़ा जा सकता है। इस पर सरकार से 24 फरवरी तक जानकारी मांगी गई है।
महाकुंभ में महिलाओं के स्नान और कपड़े बदलते समय के अशोभनीय वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए। इसके बाद नेहा नाम की इंस्टाग्राम यूजर पर FIR दर्ज की गई है। कोतवाली थाने में सब इंस्पेक्टर पूजा रायकवाड की तहरीर पर FIR दर्ज हुई है।
महाकुंभ में बढ़ती भीड़ पर सोसियोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना सिंह ने अपनी राय दी। उनका कहना है कि भारत में आस्था बहुत मजबूत है और कई लोग अब तक महाकुंभ में नहीं पहुंच पाए थे, इसलिए वे अब अपने परिवारों के साथ यहां आ रहे हैं। (mahakumbh news ) उनका मानना है कि अगर वे यहां नहीं आए, तो उनका अनुभव अधूरा रहेगा। इस भीड़ के पीछे सिर्फ आस्था का ही नहीं, बल्कि एक अनुभव का हिस्सा बनने की भी इच्छा है।
महाकुंभ से जुड़ी अफवाहों और फर्जी पोस्ट को लेकर पुलिस सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए है। इस बीच एक पाकिस्तान के वीडियो को भ्रामक तरीके से महाकुंभ से जोड़ा जा रहा था, जिसमें यह कहा जा रहा था कि माता-पिता की सेवा करके पाप धोया जा सकता है। वीडियो में “ये प्रयागराज है” गाना बैकग्राउंड में लगा हुआ था। इस वीडियो की जानकारी लेने पर यह पता चला कि यह वीडियो पाकिस्तान के करक जिले में एक सड़क हादसे से संबंधित है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो अपलोड करने वाले 26 सोशल मीडिया अकाउंट पर FIR दर्ज की गई है।