लक्ष्मी जी ने द्वापर यग में लिए थे ये अवतार जानें
लक्ष्मी जी ने द्वापर यग में लिए थे ये अवतार जानें
द्वापर युग में माता लक्ष्मी ने पहले राधा और फिर रुक्मणी के रूप में धरती पर अवतार लिया था।
द्वापर युग में माता लक्ष्मी ने पहले राधा और फिर रुक्मणी के रूप में धरती पर अवतार लिया था।
माता लक्ष्मी श्री विष्णु के साथ क्षीरसागर में रहती हैं और उनके अवतार स्वरूप में गोलोक में कृष्ण के साथ राधा के रूप में भी विराजमान रहती हैं।
माता लक्ष्मी श्री विष्णु के साथ क्षीरसागर में रहती हैं और उनके अवतार स्वरूप में गोलोक में कृष्ण के साथ राधा के रूप में भी विराजमान रहती हैं।
'विष्णुपत्नी लक्ष्मी' और 'राज्यलक्ष्मी' नाम से महाभारत में लक्ष्मी के दो प्रकार वर्णित हैं।
'विष्णुपत्नी लक्ष्मी' और 'राज्यलक्ष्मी' नाम से महाभारत में लक्ष्मी के दो प्रकार वर्णित हैं।
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु के दक्षिण भाग से लक्ष्मी और वाम अंग से राधा का जन्म हुआ था।
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु के दक्षिण भाग से लक्ष्मी और वाम अंग से राधा का जन्म हुआ था।
पुराण में लक्ष्मी जी के 8 अवतारों का वर्णन है।
पुराण में लक्ष्मी जी के 8 अवतारों का वर्णन है।
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